प्रथम जन्म लिया मंधाता ने, देवराज सुरेश को पराजित किया। प्रथम जन्म लिया मंधाता ने, देवराज सुरेश को पराजित किया।
'यवनपुर' है इसका प्राचीन नाम, जौनपुर के नाम से आज प्रसिद्ध है।। 'यवनपुर' है इसका प्राचीन नाम, जौनपुर के नाम से आज प्रसिद्ध है।।
और अति शोक को महसूस किया है। और अति शोक को महसूस किया है।
क्षण भंगुर संसार है यह, मिट्टी का है तू, मिट्टी में मिल जाएगा। क्षण भंगुर संसार है यह, मिट्टी का है तू, मिट्टी में मिल जाएगा।
अभी उगा है सूर्य धरा पर, अभी खिली है धूप। अभी उगा है सूर्य धरा पर, अभी खिली है धूप।
मृत्यु का भार सहोगे अब कैसे फसलों को भी सिंचोगे। मृत्यु का भार सहोगे अब कैसे फसलों को भी सिंचोगे।